- Hindi News
- Women
- People Said Orthodox, Now Men Also Fast For Women, Custom Of Touching Wife’s Feet In Marriage
नई दिल्ली40 मिनट पहलेलेखक: दीक्षा प्रियादर्शी
- कॉपी लिंक
तेलुगू एक्ट्रेस प्रणिता सुभाष ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर पति की पूजा करते हुए एक फोटो शेयर किया था, जिसे लेकर उन्हें बहुत ट्रोल किया गया। हालांकि प्रणिता ने एक इंटरव्यू में ट्रोल करने वालों को जवाब देते हुए कहा कि वो एक्ट्रेस हैं तो इसका मतलब ये नहीं कि रीति-रिवाज को फॉलो नहीं कर सकतीं। वहीं बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस रत्ना पाठक शाह ने एक इंटरव्यू में करवा चौथ करने के सवाल पर कहा था कि मुझे हैरानी होती है कि ये 21वीं सदी की पढ़ी-लिखी महिलाओं की सोच है।
हमारे समाज में महिलाओं को लेकर लोग हमेशा राय बनाते हैं। अगर कोई महिला अपनी इच्छा से कुछ करती है तो ये उसकी पर्सनल चॉइस है। उसे ट्रोल किया जाता है। उस पर सवाल उठाए जाते हैं। एक तरह से इसे मेंटल टॉर्चर कहा जा सकता है। हमारे समाज में महिलाओं को लेकर सबसे बड़ी समस्या ये है कि अगर वे अपने रिश्ते और घर को समय देती हैं तो भी ट्रोल होती हैं और अगर नहीं दे पातीं, तब भी गलत ठहराई जाती हैं। प्रणिता सुभाष के अलावा भी कई एक्ट्रेस हैं, जो घर को महत्व देती हैं। ऐसी महिलाएं जब किसी रिवाज को फॉलो कर रही होती हैं, तो उन्हें रूढ़ीवादी कहा जाता है।
प्रणिता सुभाष ने भीमना अमावस्या के मौके पर पूजे थे पति के पैर
इंस्टाग्राम पर शेयर किए गए फोटोज में प्रणिता सुभाष, अपने पति नितिन राजू के पैरों के पास बैठकर उनकी पूजा कर रही हैं। उनके हाथ में आरती की थाली थी, उन्होंने पति के पैरों पर फूल भी चढ़ाए। सोशल मीडिया पर इन तस्वीरों लेकर लोगों ने उन्हें यह कहकर ट्रोल कर दिया कि वो रूढ़िवादी और पैट्रिआर्क सोच की महिला हैं। प्रणिता ने जवाब देते हुए कहा, “यह मेरे लिए नया नहीं है। मैं दिल से हमेशा ट्रेडिशनल लड़की रही हूं। मुझे हमेशा से घरेलू होना पसंद था। साथ ही ज्वाइंट फैमिली में रहना भी। सनातन धर्म बहुत खूबसूरत है और सभी को अपनाता है। मैं उसी में विश्वास रखती हूं। इंसान बड़ी सोच वाला और मॉडर्न हो सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपनी जड़ों को भुला दें।”
बता दें कि प्रणिता सुभाष ने भीमना अमावस्या के दिन अपने पति की पूजा की थी। साउथ में इस दिन औरतें पति के लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और उनके पैर भी पूजती हैं। ट्रोलर्स को जवाब देते हुए एक इंटरव्यू में इस बारे में प्रणिता ने बात की और कहा, “जिंदगी में हर चीज के दो पहलू होते हैं। 90 प्रतिशत लोगों ने अच्छी बात ही कही है। बचे हुए को मैं इग्नोर करती हूं। मैं एक्टर हूं इसका मतलब यह नहीं है कि मैं किसी रीति-रिवाज को फॉलो नहीं कर सकती, खासकर तब जब मैं उन्हें देखते हुए बड़ी हुई हूं और उनमें पूरी तरह से विश्वास करती हूं। मेरे सभी कजिन और दोस्त भी इसे फॉलो करते हैं। मैंने पिछले साल भी पूजा की थी, जब मेरी नई-नई शादी हुई थी, लेकिन उस समय मैंने तस्वीरें शेयर नहीं की थीं।” प्रणिता ने कहा कि लोग आजकल फेमिनिज्म के आड़ में दूसरों को ट्रोल करने का मौका ढूंढते हैं। हमारी जिंदगी में हर चीज का अपना महत्व होना चाहिए।
भारत में कई जगहों पर फेरों के दौरान पति से छुआते हैं पत्नी का अंगूठा
हमारे यहां ऐसे रिवाज हैं, जिनमें महिलाओं को महत्व दिया जाता है। देश में कई जगहों पर फेरे लेते समय दूल्हे से दुल्हन के पैर का अंगूठा छुआने की रस्म है। इस रस्म के अनुसार पति, पत्नी से हमेशा साथ निभाने और एक-एक वचन के पालन करने का वाद करता है। इस रस्म के अनुसार जब पति पूरे समाज के सामने पत्नी के पैर छू सकता है तो फिर पत्नी उसके लिए तीज का व्रत रखती है और पैर छूती है तो वो गलत कैसे कहलाएगा।
घर पर ध्यान देने को लेकर दीपिका कक्कड़ इब्राहिम को भी लोग करते हैं ट्रोल
‘ससुराल सिमर का’ फेम दीपिका कक्कर इब्राहिम अब एक फेमस ब्लॉगर भी हैं। वो अक्सर अपनी डेली लाइफ के कुछ पल ब्लॉग के जरिए शेयर करती हैं। उनके ब्लॉग को देखकर लोगों ने उनके लिए राय बना ली है। लोग उनके करियर, घर और परिवार को लेकर कई कमेंट्स करते हैं। कोई उन्हें करियर को लेकर सवाल करता है, कोई हाउस वाइफ कहता है, तो कोई कुक।
हालांकि, इन ट्रोलर्स को दीपिका ने कई बार मुंह तोड़ जवाब दिया है और कहा कि उन्हें नहीं लगता कि घर में रहना या घर संभालना कोई आसान बात है, जो महिलाएं ऐसा करती हैं वो 24 घंटे की जॉब में है और वो तारीफ के काबिल है। उन्हें कोई रोक-टोक नहीं है। बस वो अभी अपना टाइम एन्जॉय कर रही हैं। जब लगेगा काम करना है, या कोई अच्छा प्रोजेक्ट मिलेगा, वो करेंगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल ब्लॉग, म्यूजिक एल्बम और सोशल मीडिया के जरिए वो फैन्स के साथ जुड़ी हैं और काम भी कर रही हैं।
रत्ना पाठक शाह ने करवा चौथ को लेकर दिया था विवादित बयान
रत्ना पाठक शाह ने करवा चौथ पर्व को अंधविश्वास और रूढिवादिता बताया था। उन्होंने बताया कि एक इंटरव्यू में उनसे किसी ने पिछले साल पूछा था कि वे करवा चौथ पर पति की सलामती के लिए व्रत रखती हैं या नहीं। उन्होंने कहा, “क्या मैं पागल हूं, जो ऐसा करूंगी? क्या यह अजीब नहीं है कि पढ़ी-लिखी आधुनिक महिलाएं भी करवा चौथ करती हैं। वे पति के लंबे जीवन के लिए प्रार्थना करती हैं, जिससे उन्हें विधवा होने का कोप न झेलना पड़े। क्या मुझे वो सब कुछ करना चाहिए, जो मुझे विधवापन से दूर रख सके। क्या ये विधवाओं के लिए एक टॉर्चर नहीं है, जो उन्हें इस बात का एहसास दिलाता है। 21वीं सदी में भी हम इस तरह की बातें कर रहे हैं? हैरानी की बात है कि शिक्षित महिलाएं भी ऐसा कर रही हैं।”

रतना पाठक शाह फेमस सीरियल ‘साराभाई वर्सेस साराभाई’ में प्रोग्रेसिव सोच वाली महिला का किरदार निभा चुकी हैं।
हालांकि, रत्ना को इस बात के लिए बहुत ट्रोल किया गया था और कई लोगों ने उनसे कहा था कि ये अपना डिसीजन है कि आप व्रत रखें या नहीं, पर जो महिलाएं रखती हैं, आप न उन्हें रोक सकती हैं, न पागल कह सकती हैं। आजकल तो कई पति भी पत्नी के लिए व्रत रखते हैं।